जब आसमान में दो अलग अलग आवेश वाले बादल (+,-) एक दुसरे से टकराते है तो उनके बिच तीव्र गति से घर्षण होता है और यह घर्षण बल दो विपरीत आवेश के होने के कारण इलेक्ट्रान को उत्सर्जित करते है और एक जोड़दार चमक उतपन्न होता है जिससे बिजली का निर्माण होता है जब बादलो में टकराव होता है तो तीव्र ध्वनि निकलती है उस ध्वनि को बादलो की गरज कहा जाता है ध्वनि की गति प्रकाश की गति से धीमी होती है इस लिए हमें पहले विजली की चमक दिखायी देती है फिर कुछ second के बाद बादलो की गरज बादलो के टकराव के बाद जब Electricity उत्पन्न होता है तो वह धातु या किसी ऐसे माध्यम के तरफ आकर्षित होता है जिसमे में वह स्वतन्त्र रूप से travel कर सके पृथ्वी पर धातु और इलेक्ट्रान प्रवाहक पदार्थो की मात्र अधिक होने के कारण विजली प्रायः पृथ्वी पर उपस्थित उन सभी वस्तुओ के तरफ आकर्षित हो जाता है चुकी आसमानी विजली उच्च घर्षण से उत्पन होने के कारण उनमे तीव्र इलेक्ट्रान प्रवाहित होते है लगभग 11000 v भी ज्यादा इसलिए वह जिस वस्तु पर आकर्षित होते है उन्हें भारी नुकसान पंहुचा देते है
Nice sir
ReplyDeleteFantastic sir
Delete