🚀 भारत का अंतरिक्ष इतिहास और नई उड़ान
भारत ने 2023 में चंद्रयान 3 के जरिए इतिहास रच दिया। इसरो (ISRO) ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करके दुनिया को दिखा दिया कि भारत अब अंतरिक्ष तकनीक में सुपरपावर बनने की राह पर है।
लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती। अब भारत चंद्रयान 4 और गगनयान मिशन की तैयारी कर रहा है।
📌 चंद्रयान 3 क्यों खास था?
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पहली बार किसी देश ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग की।
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विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर ने चांद पर कई वैज्ञानिक प्रयोग किए।
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पूरी दुनिया ने भारत की इस सफलता की तारीफ की।
🔭 चंद्रयान 4 और गगनयान मिशन – अगला कदम
👉 चंद्रयान 4 का लक्ष्य होगा – चांद की सतह से नमूने (Samples) लाना।
👉 गगनयान मिशन में भारत पहली बार अपने अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में भेजेगा।
👉 2030 तक भारत का सपना है कि वह चांद पर स्थायी बेस स्टेशन बनाए।
✨ भारत की अंतरिक्ष शक्ति क्यों ज़रूरी है?
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नई टेक्नोलॉजी और विज्ञान में बढ़त।
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रक्षा और सुरक्षा में मजबूती।
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युवाओं के लिए रोजगार और रिसर्च के अवसर।
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भारत को विश्व में एक बड़ी स्पेस पावर बनाना।
